इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सएप की तरह ही एक और ऐप जिसका नाम भी वॉट्सएप प्लस है, यूजर्स के बीच काफी पॉपुलर हो रहा है। अगर आपने भी इस ऐप को डाउनलोड कर लिया है, या ऐसा करने का सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाइए।
ये एक फेक ऐप है, जिसे यूजर्स को कंफ्यूज कर उनका फोन डेटा प्राप्त करने और विज्ञापन के जरिए मार्केटिंग करने के लिए तैयार किया गया है। दरअसल ये पहली बार नहीं है, जब वॉट्सएप के जैसा फेक ऐप आया हो।
प्लेस्टोर पर वॉट्सएप के जैसे कई फेक ऐप्स मौजूद हैं, जो फोन में डाउनलोड होने पर यूजर्स का डेटा थर्ड पार्टी ऐप्स तक पहुंचा देते हैं। वॉट्सएप प्लस ऐप बड़ी संख्या में एंड्रॉइड यूजर्स द्वारा डाउनलोड किया जा रहा है। हालांकि ये ऐप नहीं, अनऑफिशियल मॉडिफाइड एपीके है।
इस ऐप को एक लिंक के जरिए डाउनलोडऔर इंस्टॉल किया जाता है। डाउनलोड करते समय यूजर्स के पास एग्री और कंटीन्यू पर क्लिक करने का ऑप्शन आता है। इसे डाउनलोड करने के बाद यूजर्स का डेटा थर्ड पार्टी के साथ शेयर किया जा सकता है। इस ऐप के अपडेट के लिए आपको थर्ड पार्टी की वेबसाइट पर जाना होगा और ऐसा करने पर आपका डेटा और पर्सनल मैसेज बार-बार रिस्क में होंगे।
इसके अलावा आपके फोन में मैलवेयर भी हमला कर सकते हैं, क्योंकि इस तरह के फेक ऐप्स में वायरस और मैलवेयर होते हैं। साल 2015 में वॉट्सएप कंपनी ने वॉट्सएप प्लस यूज करने वाले कई सारे लोगों को ब्लॉक कर दिया था। ऐसे में इस ऐप से दूरी बनाकर रखना ही यूजर्स के लिए बेहतर है।
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